अपनी पुत्री का दाह संस्कार करने गए पिता पुत्र को पुलिस ने.....
बलिया। हल्दी थाना क्षेत्र के हुकुम छपरा गंगा घाट पर गुरुवार की सुबह एक 17 वर्षीय लड़की की लाश के साथ ही पिता-पुत्र को रामगढ़ पुलिस चौकी इंचार्ज पंकज सिंह ने हिरासत में ले लिया। हालांकि बरामदगी के चार घंटे बाद बैरिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गुरुवार की सुबह करीब 5:30 बजे हल्दी थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगा नदी के हुकुम छपरा घाट पर बैरिया थाना क्षेत्र के टेंगरही गांव निवासी सुरेंद्र वर्मा अपनी 17 वर्षीय मृत लड़की प्रीति वर्मा का जल प्रवाह करने के लिये आये थे। इसी बीच किसी ने सुरेंद्र वर्मा को लड़की के लाश के साथ गंगा घाट पर देखकर इसकी सूचना रामगढ़ पुलिस चौकी को दे दी। मौके पर पहुंची रामगढ़ पुलिस ने सुरेंद्र वर्मा से लाश के बारे में पूछताछ की। सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि पुत्री प्रियंका का विगत 5 वर्षों से मिर्गी का इलाज वाराणसी से चल रहा था। 25 मार्च को अचानक मिर्गी का दौरा पड़ गया। आनन-फानन में प्रीति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने इलाज किया। आराम मिलने पर चिकित्सकों ने घर ले जाने की सलाह दी। गुरुवार की भोर में प्रीति की तबीयत बिगड़ गई। इलाज के लिए उसे लेकर जिला अस्पताल जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही प्रीति ने दम तोड़ दिया।
हम पुत्री का लाश घर न ले जाकर गंगा नदी के हुकुम छपरा घाट पर ही उतर गए और घर पर बेटे निलेश को प्रीति की मौत की सूचना दी। मैं और मेरा लड़का निलेश अभी गंगा घाट पर पहुंचे ही थे, तभी रामगढ़ पुलिस चौकी के सिपाही पहुंच गए। उन्होंने दाह संस्कार करने से मना कर दिया।
इलाज की पर्ची दिखाने के बाद भी पुलिस ने नही करने दिया दाह संस्कार
किशोरी की लाश के साथ हिरासत में लिए गये पिता-पुत्र उसके इलाज की पर्ची दिखाते रहे, लेकिन पुलिस उनकी एक भी ना सुनी।करीब 4 घंटे बाद पहुंची बैरिया पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। हालांकि लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया है कि अगर लाश हल्दी थाना क्षेत्र में मिली तो हल्दी पुलिस को जिम्मेदारी के साथ शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजना था। बाद में जो प्रक्रिया अपनानी थी, बैरिया पुलिस अपनाती।