कोरोना संदिग्ध युवक की मौत ने बढ़ाई ग्रामीणों की चिंता
बलिया। बैरिया थाना क्षेत्र के चकिया गांव (बाल) में सर्दी, बुखार व खांसी से पीड़ित एक 32 वर्षीय युवक की मौत से गांव में हड़कंप मच गया। प्रधान की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिवार के चार लोगों से सुरक्षा साधनों का उपोग कर उसका दाह-संस्कार कर देने की सलाह देकर लौट गयी। स्वास्थ्य विभाग के इस आचरण से गांव के लोग चकित हैं। वे चाहते थे कि उसकी मौत के कारणों की जांच हो, किंतु ऐसा नहीं हो सका।
चकिया (बालपर) निवासी मंटू पासवान पुत्र वशिष्ठ पासवान पिछले एक सप्ताह से सर्दी, बुखार तथा खांसी से पीड़ित था। उसको ग्रामीणों ने सलाह दिया था कि सदर अस्पताल पहुंचकर जांच करा लें, किंतु गरीबी व लाकडाउन के कारण वह सदर अस्पताल नहीं जा पाया। शुक्रवार को अचानक उसकी तबीयत बहुत खराब हो गई। परिजनों ने प्रधान प्रतिनिधि अरुण सिंह को इसकी सूचना दी।
अलग कमरे में रहने को मिली सलाह
कोलकाता से बीमार होकर लौटे बैरिया चंपा सती निवासी दिनेश चौरसिया को सीएचसी सोनबरसा के चिकित्सकों ने दवा देकर घर के अलग कमरे में रहने की सलाह देकर घर भेज दिया। दिनेश चौरसिया ने बताया कि वह खांसी, बुखार व सर्दी से पीड़ित है। वह चाहता है कि उसका जांच सदर अस्पताल में हो जाय, किंतु सोनबरसा के चिकित्सकों ने उसे घर भेज दिया।
दिनेश ने बताया कि वह मालगाडी से किसी तरह कोतलाता से बैरिया पहुंचा है। उसने अपने आने की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने शुक्रवार को उसे सोनबरसा अस्पालल पहुंचाय था, जहां प्राथमिक उपचार के बाद अलग रहने की सलाह दी गयी।