बलिया। जनपद के समाजवादी पार्टी के नेता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी" ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि "मजदूर बचाओ-देश बचाओ" नारे के तहत ब्यापक रूप से अनेक राजनीतिक दलों के साथ साथ बुद्दिजीवी लोगो का जनसमर्थन मिला। और लोगो ने लॉक डाउन एवं सामाजिक दूरी के नियमो का पालन करते हुए निर्धारित कार्यक्रम के तहत सरकार से श्रमिको के दुर्दशा पर ध्यान आकृष्ट कराने के लिए सोसल मीडिया के विभिन्न मंचो जैसे फेसबुक, वाट्सएप, ट्वीटर, फेसबुक पेज के माध्यम से गुहार लगाई गई। अपने गुहार में लोगो ने सरकार से कहा कि सरकार का काम सिर्फ कानून बनाना, कानून का धौस देना ही नही बल्कि सरकार का काम है कि देश और प्रदेश के मेहनतकश आम नागरिक के जीवन की भी रक्षा करें। साथ ही श्री पाण्डेय ने यह भी कहा कि आज जब देश के मजदूर अचानक हुए लॉक डाउन से भुखमरी के शिकार हो रहे है तथा अपने घरों को जाते समय काल के गाल में समा जा रहे है, ऐसे में देश और प्रदेश के मुखीया का चुप रह कर उन्हें उनके हाल पर छोड़ देना कही से भी देशहित और जनहित में नही है। ऊपर से सरकारो द्वारा श्रम कानूनों में श्रमिकों के अधिकारों में कटौती कर श्रमशक्ति को चिढ़ाने का काम कर रही है ध्यान रहे किसी भी देश के विकास की नींव मजदूर ही होते है श्रमशक्ति की अनदेखी कर कोई भी देश आगे नही बढ़ सकता है।
सपा नेता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी" ने उक्त कार्यक्रम से संबंधित प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि जनपद में सरकार से गुहार कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधानसभा मे बिपक्ष के नेता रामगोविन्द चौधरी ने आज मजदूरों को सम्मानित किया तथा उन्ही के निर्देशन में समाजवादी विचारक एवं जयप्रकाश नारायण बिचार मंच के संयोजक द्विजेन्द्र मिश्र, लोकतंत्र सेनानी के जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, गैर राजनीतिक संगठन सेवा के प्रदीप जी, ब्यास यादव जी, ज्ञानेंद्र जी, सपा नेता अकमल नईम खा कर्मचारी नेता राजेन्द्र यादव, अवनीश कुमार आदि के सक्रियता के कारण "मजदूर बचाओ-देश बचाओ" के गुहार की आवाज़ बलिया जनपद में और अधिक बुलंद हुई। इसी कड़ी मे घर वापसी के दौरान बिभिन्न जगहों पर रास्ते मे मृत मजदूरों को भी श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।