यमुना एक्सप्रेसवे पर आए दिन हो रहे भीषण सड़क हादसों को लेकर यमुना विकास प्राधिकरण ने सख्त रवैया अपनाया है। यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के आदेश पर संचालन करने वाली कंपनी पर एफआईआर दर्ज कराया है। कल देर रात हुए सड़क हादसे के संज्ञान लेते हुए आईआरपी अनुज जैन ओर बैंक कंसोर्टियम के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गयी है।
गौरतलब है कि कल आधी रात डीजल से भरा एक तेज रफ्तार टैंकर अनियंत्रित हो कर डिवाइडर तोड़ता हुआ आगरा की ओर से आ रही इनोवा कार पर पलट गया। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गयी। हादसा थाना नौझील क्षेत्र के माइलस्टोन 68 के समीप हुआ। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। इस हादसे में इनोवा सवार गांव सफीदों जींद निवासी मनोज, बबिता, अभय, कोमल, कल्लू, हिमाद्रि और ड्राइव्रर राकेश की मौत हो गयी।
अगर हम बात करें तो यमुना एक्सप्रेसवे पर अब तक 150 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है। यमुना एक्सप्रेसवे मौत का हाईवे साबित हो रहा है। मुश्किल से कोई ऐसा हफ्ता बीत रहा होगा जब एक्सीडेंट में कोई मौत न हो रही हो। यही वजह है कि सरकार की तरफ से दिल्ली आईआईटी को हादसे की वजह पता लगाने का जिम्मा सौंपते हुए सुझाव मांगा था।