बलिया। जनपद के जिला प्रशासन व जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट व तहसील की महिला कर्मचारियों के साथ-साथ महिला शिक्षकों, शिक्षा मित्रों व आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों की चुनाव ड्यूटी उनके कार्य स्थल से लगभग 60 से 80 किमी दूर लगाए जाने से उनमें जबरदस्त आक्रोश है। क्यों कि आयोग का निर्देश है कि प्रत्येक पोलिग पार्टी में यथासंभव एक महिला कार्मिक को अवश्य रखा जाना चाहिए। ताकि महिला मतदाताओं से सुचारू रूप से वोट डलवाया जा सके। साथ ही महिलाओं को मतदान अधिकारी प्रथम में ड्यूटी लगाई जाए। महिलाओं को होम ब्लाक के ऐसे केंद्र पर भेजा जाना चाहिए था, जहां की वह महिला निवासी न हो।
इस बाबत जनपद की महिला कर्मचारियों का कहना है कि जिन पुरुष कर्मचारियों का जुगाड़ है वह अपनी ड्यूटी जुगाड़ के माध्यम से कटवा लिए है। आलम यह हैं कि मुरलीछपरा विकासखंड में तैनात महिला शिक्षकों, शिक्षा मित्रों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सोहांव, उभांव व भीमपुरा विकास खंडों में ड्यूटी लगा दिया गया है, जो मुरलीछपरा से लगभग 100 किमी की दूरी पर है। ठीक उसी प्रकार पूरे जनपद की महिला कर्मचारियों की ड्यूटी दूर-दराज लगाई गई हैं अब ऐसे में उनको आने जाने के साथ साथ अपनी सुरक्षा का भी डर सता रहा हैं। क्यों कि महिलाओं को एक दिन पूर्व ही ड्यूटी के लिए घर से निकलना होगा और रात को दूरदराज के पोलिंग बूथ पर रुकना पड़ेगा। इस बाबत महिलाओं का कहना है कि अगर महिला कर्मचारियों की ड्यूटी निर्वाचन में लगानी ही है तो उनकी ड्यूटी तैनाती वाले स्थल या उसके आस पास के किसी जगह पर लगानी चाहिए थी। महिला कार्मिकों ने इस विन्दु पर जिलाधिकारी व सीडीओ का ध्यान आकृष्ट कराया है।