बलिया। शुक्रवार की शाम को फेफना विधानसभा के नेता विवेक सिंह कौशिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने बलिया पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए मीडिया से कहा कि पुलिस अधीक्षक का चालान कटना मात्र एक दिखावा हैं क्यों कि अगर सच में ऐसा होता तो बलिया पुलिस खुद भी नियम का पालन करती जिससे कि आमजनमानस में एक नाजिर बनता। परन्तु ऐसा ना करते हुए बलिया पुलिसकर्मी सारे नियमो को ताख पर रख कर उसकी धज्जियां उड़ाते हुए दिख रहे हैं। श्री सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी लोकप्रियता से बौखलाए कुछ सत्ताधारी नेताओं ने एक साजिश के तहत उनको फसाया। जिसमे बलिया पुलिस विलेन का रोल अदा की और एक सडयंत्र के तहत उनको जेल भेजवाया गया।
मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए विवेक सिंह "कौशिक" ने कहा कि जिस प्रकार बीते दिनों पुलिस द्वारा आम जनता के चालान काटने को लेकर हुई नोकझोंक में मुझे परेशान किया गया वह निश्चित रूप से मानवाधिकार का हनन हैं क्यों कि अगर मैं किसी नियम का उल्लंघन किया था, तो उसकी सजा सिर्फ मुझे मिलनी चाहिए, पर बलिया पुलिस द्वारा मेरे पूरे परिवार सहित पड़ोसियों के साथ भी गालीगलौज व अभद्रता की गई। जो कही से न्यायोचित नही हैं और इसकी शिकायत मैं उच्च अधिकारियों के साथ साथ न्यायालय के समक्ष भी करूंगा।