बलिया ड्रग विभाग बना भ्रष्टाचार का अड्डा, प्रभारी ड्रग इंस्पेक्टर और लिपिक की संरक्षण में जनपद में हो रहा आमजनमानस की जिंदगी से खेलवाड़
विभाग के संरक्षण में होलसेल के लाइसेंस पर जनपद भर में चल रहा प्राइवेट प्रेक्टिस का खेल, आए दिन जाती हैं लोगो की जान
बलिया। जी हां हम बात कर रहे हैं बलिया जनपद की जहां दवा दुकानदारों के पास फार्मासिस्ट की डिग्री ना होने के पर भी वह विभाग की मिलीभगत से होलसेल का लाइसेंस बनवाकर पाइवेट प्रेक्टिस कर रहे हैं। जिससे आए दिन लोगो की जान जाती हैं। इतना ही नही बलिया ड्रग विभाग में कुछ रसूखदारों की पकड़ तो इतनी मजबूत है कि वह बिना किसी लाइसेंस के भी दवा बेच रहे हैं। सूत्रों की मानें तो जब से सिद्धार्थ नगर के ड्रग इंस्पेक्टर को बलिया का अतिरिक्त प्रभार मिला है तब से वह हफ्ते में तीन दिन के लिए बलिया आते हैं और वह तीनो दिन ड्रग विभाग के लिपिक रवि पाण्डेय के साथ फील्ड में ही औचक निरीक्षण करते हैं। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह हैं कि विभाग के इतना औचक निरीक्षण करने के बाद भी सिर्फ कुछ गिने चुने ही दवा विक्रेता पर ही कार्यवाही होती हैं।
सूत्रो की माने तो ड्रग विभाग के लिपिक रवि पाण्डेय बलिया जनपद के ही मूलनिवासी हैं जिसकी वजह से हर दवा व्यवसायियों से उनकी अच्छी खासी साटगाठ हैं जिसका वह भरपूर फायदा भी उठाते हैं। वहीं लोगो की माने तो उन्ही दवा विक्रेता के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही होती हैं जिसपर लिपिक रवि पाण्डेय की नजरें टेढ़ी हो जाती हैं।