ड्रग विभाग के भ्रष्टाचार की वेदी चढ़ेगी ना जाने और कितनी ज़िंदगी, जनपद के हर चट्टी हर बाजार में होलसेल के लाइसेंस पर हो रहा प्राइवेट प्रेक्टिस, विभाग मेहरबान
भ्रष्टाचार में लिप्त ड्रग विभाग के मेहरबानी से सरकार की नीतियां बलिया में तोड़ रही अपना दम, अब ऐसे में कैसे होगा भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का सपना साकार
बलिया। जीहां हम बात कर रहे हैं बलिया स्वास्थ्य सेवाओं की, जहां एक तरफ देश की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार का दावा हैं कि हम आमजनमानस के स्वास्थ्य और सेहत को लेकर काफी गंभीर और संकल्पित हैं। इतना ही नही सरकार आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए तमाम योजनाएं भी चला रही हैं। वही बलिया स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण सरकार की सारी योजनाएं यहां आकर दम तोड़ती नजर आ रही हैं।
अगर हम बात करें बलिया ड्रग विभाग की तो यहां पर शासन द्वारा सिद्धार्थ नगर के ड्रग इंस्पेक्टर मोहित कुमार दीप को बलिया का अतिरिक्त प्रभार दिया गया हैं और वह अपनी ड्यूटी करने हर हफ्ते में तीन दिन के लिए बलिया आते भी हैं। यह अपने कार्यो के प्रति इतने ईमानदार हैं, कि इनकी कार्यशैली किसी मिसाल से कम नही हैं, क्यों कि जब यह फील्ड में निकलते हैं इन्हें सिर्फ वही दुकान गलत मिलती हैं जिससे इनको कोई व्यक्तिगत लाभ ना हो पाया हो। वरना इनकी और ड्रग विभाग की नजरों मे कोई मेडिकल स्टोर संचालक प्राइवेट प्रेक्टिस करते नजर नही आता। जबकि हकीकत कुछ और ही बयां करती हैं। जानकारों की माने तो अगर किसी अन्य विभाग के उच्चधिकारी द्वारा इसकी जांच कराई जाए तो दुध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। अब ऐसे में सबसे सवाल यह हैं सरकार ऐसे भष्ट अधिकारी की तैनाती करके कहीं न कहीं खुद ही अपने मंसूबों पर पानी फेर रही हैं। जबकि विधानसभा चुनाव बहुत करीब हैं और सरकार हर बिंदुओं पर अपनी पैनी नजर रख रही हैं। अब ऐसे में देखना यह होगा कि भ्रष्टाचार में लिप्त और सरकार की नीतियों को धूमिल करने वाले ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ शासन स्तर पर क्या कार्यवाही होती हैं ? जिससे सरकार के प्रति आमजनमानस का भरोसा बना रहे।