तत्कालीन जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगरौत के डीओ का भी शासन ने नही लिया संज्ञान, सरकार बनी तमाशबीन
बलिया। नगर पालिका परिषद बलिया में भ्रष्टाचार इस कदर व्याप्त है जैसे मानो वह रावण की लंका हो, यहां पर लाखों और करोङो का न्यारा-वारा करना बहुत मामूली बात हो गयी है। बलिया के वर्तमान अधिशासी अधिकारी का भ्रष्टाचार व विवादों से पुराना नाता रहा है। सिर्फ इतना ही नही बलिया के अधिशासी अधिकारी दिनेश विश्वकर्मा की शासन में भी अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण यह है कि जब तत्कालीन जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगरौत ने इनके भ्रष्टाचार की जांच करवाई तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। उसके बाद श्री खंगरौत ने दिनेश विश्वकर्मा के खिलाफ शासन को डीओ भेजा। जिसका संज्ञान लेते हुए शासन ने बलिया के अधिशासी अधिकारी दिनेश विश्वकर्मा का रामपुर के लिए ट्रांसफर कर दिया। पर शासन स्तर पर अच्छी पहुत और अपने लूटखसोट किए हुए पैसे के दम पर दिनेश विश्वकर्मा ने महीने दिन बाद अपना ट्रांसफर रोकवा लिया। विधानसभा चुनाव भी बहुत नजदीक है तो ऐसे में दिनेश विश्वकर्मा जैसे अधिकारियों की वजह से सरकार की भी छवि धूमिल हो रही है। अब देखना यह है कि क्या सरकार व प्रदेश की सबसे तेजतर्रार ( आईएएस) अधिकारी अदिति सिंह दिनेश विश्वकर्मा के कृत्यों की जांच करवाकर इनके खिलाफ कार्यवाही करती है या नही ?