बलिया। सात चूहे खाकर बिल्ली चली हज करने। जी हां लोगो का कहना है कि बलिया के पुलिस महकमे में यह कहावत बिल्कुल चरितार्थ होते नजर आ रही है, क्यों कि एसपी बलिया की ट्रांसफर पोस्टिंग की कार्यशैली सबके लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताते चले कि कई उप निरीक्षक और निरीक्षक ऐसे थे जिनपर बीते पंचायत चुनाव में पैसे लेकर पक्षपात करने और चुनाव निष्पक्ष पूर्ण न करवाने के आरोप लगे थे। सिर्फ इतना ही नही सूत्रों की माने तो जिस थानेदार के खिलाफ ऐसी शिकायत मिली थी उस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए तत्कालीन एसपी विपिन टाडा ने कुछ थानेदारों को लाइन हाजिर भी किया था। बावजूद उसके उस उप निरीक्षक व निरीक्षक के पास आज थाने और चौकी का चार्ज है। अब विधानसभा चुनाव भी काफी नजदीक है। ऐसे में कैसे हो पाएगा निष्पक्षतापूर्ण चुनाव?
इसलिए कही न कही आमजनता की निगाह एसपी राज करण नैय्यर की ट्रांसफर पोस्टिंग की नीति पर टिकी हुई है।