वर्दी को दागदार करते प्रभारी निरीक्षक सुखपुरा अमित सिंह, व्यापारियों को प्रताड़ित कर अवैध वसूली का आरोप
बलिया। स्वरोजगार की बात करने वाली मोदी व योगी सरकार को सुखपुरा पुलिस ने कटघरे में खड़ा कर दिया है। जी हां यह वाक्य सुखपुरा थाना क्षेत्र के सुखपुरा बाजार का है जहां एक तरफ मोदी व योगी सरकार ने गरीबो के लिए स्वरोजगार योजना निकली, जिसके तहत हर गरीब कोई न कोई व्यवसाय कर के अपने परिवार का पेट भर सके। पर मोदी व योगी सरकार के सपनों को नाकाम करने में सुखपुरा प्रभारी निरीक्षक कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, क्यों कि इनका मानना है कि इनसे बिना अनुमति लिए और इनको बिना महीना दिए इनके थाना क्षेत्र में कोई भी व्यवसायी अपना व्यवसाय सुचारू रूप से नही चला सकता। सिर्फ इतना ही नहीं जब यह मामला बृहस्पतिवार को उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा तब जाकर यह भेद खुला की प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह का कहना है कि उनको ऐसा करने के लिए उनके आलाधिकारी कहते है। इसलिए अगर किसी को मेरे थाना क्षेत्र में व्यवसाय करना है तो उसको मेरे यहां माहीन (सुविधा शुल्क) पहुचाना पड़ेगा। वरना यहां पर किसी का भी व्यवसाय चलने नही दिया जाएगा। अब ऐसे में प्रभारी निरीक्षक के साथ-साथ जिले के आलाधिकारी भी कटघरे में है। क्यों कि अगर उच्चाधिकारी इस मामले को संज्ञान लेते है तो खुद को किरकिरी से बचाने के लिए प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह पर कार्यवाही तय मानी जा रही है। वैसे प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है क्यों कि ये वही प्रभारी निरीक्षक है जिनके ऊपर दोक्टी एसओ रहते हुए अवैध शराब कारोबारियों से साठ गांठ व अवैध शराब तस्करी में इनकी संलिप्तता के चलते इनको वहां से हटा दिया गया था।