बैरिया पुलिस के संरक्षण में जयप्रकाश नगर व चाँद दियर चौकी इंचार्ज करते है यह वसूली- सूत्र
बैरिया, बलिया। जब से बिहार में शराबबंदी हुई है तब से जनपद के हर एसआई और इंस्पेक्टर बैरिया की थानेदारी के लिए हर सम्भव जुगाड़ लगा रहा है। सिर्फ इतना ही नही लाल बालू की तस्करी पर अंकुश लगने की बजाय बैरिया पुलिस अपने चौकी इंचार्जों से इस समय खूब मोटी वसूली करवा रही है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण यह है कि एआरटीओ बलिया जैसे ही बैरिया की तरफ निकलते है वैसे ही इन लाल बालू की ट्रको पर ब्रेक लग जाता है अन्यथा लाल बालू से लदा ओवर लोड ट्रक पुलिस की संरक्षण में खूब दौड़ लगाता है।
बताते चलें कि जिले के प्रांतीय सीमावर्ती इलाकों से लाल बालू की तस्करी होती है। खासकर बिहार के कोईलवर में लाल बालू का सबसे बड़ा खदान होने के कारण अधिकांश तस्करी माझी घाट जयप्रभा सेतु व भरौली गंगा पुल के रास्ते होती है क्योंकि कोईलवर से यूपी तक पहुंचने का यह सबसे नजदीक रास्ता है। इसके अलावा गंगा नदी के रास्ते भी कई जगहों पर लाल बालू की तस्करो द्वारा यूपी में लाया जाता है। हालांकि जब स्थानीय लोग काफी होहल्ला मचाते है या वहां के जनप्रतिनिधियों में खींचतान चलती है तो बहुत हद तक इस तस्करी पर ब्रेक लग जाता है। वहीं ट्रैक्टर चालको की माने तो प्रती ट्रैक्टर बैरिया पुलिस व जेपी नगर और चांद दियर चौकी इंचार्ज द्वारा एक हजार प्रति ट्राली की वसूली की जती है वही ट्रक मालिको एवं ड्राइवर का कहना है कि यूपी के इन बॉर्डर (चाँद दियर व जयप्रकाश नगर) पर दो हजार से पच्चीस सौ रुपये बैरिया पुलिस की वसूली है। इसके चलते बालू की बिक्री ऊंचे दामों पर करनी पड़ती है।
खास बात यह है कि इन रास्तों से आमलोग अगर ट्रैक्टर या किसी अन्य साधन से लाल बालू लाने का प्रयास करते हैं तो पुलिस उनकी बालू को खनन अधिनियम के तहत जब्त कर लेती है लेकिन तस्करों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। आलम यह है कि जिले की पूरी जनता तस्करी कर लाई गई लाल बालू पर निर्भर हैं। अब ऐसे में बैरिया पुलिस की वसूली का खामियाजा आमजनता को महंगी बालू खरीद कर चुकाना पड़ रहा है।
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सूत्रों की माने तो बिहार में खनन बाढ़ के वजह से काफी दिनों से बंद है जो पुराना डम्प लाल बालू आ रहा है वही बिना पेपर, रियल्टी, के ट्रको से ओवरलोड लाद कर यूपी में जयप्रकाश नगर व चांद दियर के रास्ते पार करवाया जाता है। जिसका पेपर चेक करने का अधिकार केवल खनन एवं एआरटीओ विभाग को दिया गया है। लेकिन यहां की स्थानीय पुलिस द्वारा मनमानी तरीके से पेपर चेक करने के नाम पर अवैध धन उगाही व अवैध वसूली की जाती है। शिकायत पर कुछ दिनों के लिए चांद दियर चेक पोस्ट पर एआरटीओ विभाग का भी बैरियर लगाया गया था लेकिन एआरटीओ विभाग में कर्मचारियों की कमी व वर्कलोड की वजह से उनको यहां से अपना बैरियर हटाना पड़ा।