बलिया। जी हां, अवैध शराब तस्करी मामले में सुखपुरा पुलिस की कामयाबी कहे या नाकामयाबी, दरअसल मामला सुखपुरा थाना अंतर्गत हरिहरपुर का है जहां सुखपुरा पुलिस द्वारा पकड़े गए अवैध अंग्रेजी शराब पर कई सवाल खड़े हो रहे है।
बताते चलें कि सुखपुरा पुलिस के मुताबिक बुधवार की रात मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की एक पिकअप में 3 लोग सवार होकर अवैध शराब लेकर जा रहे हैं जिसको तुरंत संज्ञान में लेते हुए प्रभारी निरीक्षक सुखपुरा अमित सिंह मय पुलिस फोर्स द्वारा संदिग्ध वाहन की छानबीन में लग गए फलस्वरूप एक पिकअप सहित कुल 135 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद भी कर लिया गया। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जिस पिकअप वाहन से शराब की तस्करी की जा रही थी उसमें सवार चालक समेत तीन अभियुक्त अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए, यह पूरा वाक्या सुखपुरा पुलिस का है। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि पुलिस की ट्रेनिंग के लिए सरकार करोङो अरबो रुपए खर्च करती है व वह सारे संसाधन भी उपलब्ध करवाती है जिससे अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके, सिर्फ इतना ही नही बेहतर पुलिसिंग के लिए यूपी पुलिस को शारीरिक ट्रेनिंग भी करवाई जाती है जिससे अपराधियों को तत्काल पकड़ा जा सके बावजूद इसके सुखपुरा प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह अपनी पीठ थपथपाने व अपने उच्चाधिकारियों को खुश करने के लिए शराब को तो चलान कर दिए परंतु शराब तस्कर इनकी पंहुच से कोसो दूर रहे। अब ऐसे में सुखपुरा पुलिस की इस कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे है क्यों कि अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि बलिया पुलिस शराब तस्करो को पकड़ती है तो शराब व उसमे प्रयोग की जाने वाली गाड़ी तो बरामद हो जाती है परंतु कभी एक या दो शराब तस्कर तो कभी सारे शराब तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो जाते है। ठीक उसी का उदाहरण सुखपुरा पुलिस द्वारा पकड़ी गई शराब का है, जहां सभी शराब तस्कर फरार होने में सफल रहे। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सुखपुरा पुलिस वाहन को रोककर चेक कर रही थी या खड़ी वाहन को चेक किया जा रहा था? क्योंकि अगर मुखबिर खास द्वारा पहले ही यह सूचना मिल चुकी थी कि जिस गाड़ी से शराब तस्करी के लिए शराब ले जाया जा रहा है उसमें तीन लोग मौजूद हैं तो पुलिस ने जिस तरह से तत्परता दिखाते हुए अवैध शराब को पकड़ लिया उसी तरह से क्यों नहीं शराब तस्कर पकड़े गए? सुखपुरा पुलिस का अपना ही कथन अपने आप में सन्देहास्पद प्रतीत होता है।