चांद दियर चौकी से जयप्रकाश नगर चौकी की दूरी 7 से 8 किलोमीटर, फिर भी जयप्रकाश नगर चौकी इंचार्ज ही संभाल रहे चांद दियर चौकी का चार्ज
चांद दियर चौकी पर किसी जिम्मेदार की तैनाती ना होना अपराध बढ़ने का बताया जा रहा मुख्य कारण
बलिया। बैरिया थाना क्षेत्र में अपराध थमने का नाम नही ले रहा है इन दिनों चोरी छिनैती के साथ साथ शराब व बालू तस्करी जोरो पर है।थाना क्षेत्र के मुरली छपरा भाजपा मंडल अध्यक्ष मदन सिंह ने बताया कि विगत 20 जुलाई को अपनी स्कॉर्पियो घर के सामने खड़ा किया था जहां से देर रात चोरों ने स्कार्पियो चोरी कर लिया। लेकिन लगभग 4 माह बीत जाने के बाद भी बैरिया पुलिस अब तक मेरी स्कार्पियो बरामद नहीं कर पाई। उत्तर प्रदेश सरकार के चार-चार मंत्रियों स्वतंत्र देव सिंह, जेपीएस राठौर, दयाशंकर मिश्र दयालु व दयाशंकर सिंह के अलावा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, सांसद नीरज शेखर, जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य विजय बहादुर सिंह सहित कई वरिष्ठ नेतागण द्वारा पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर गाड़ी बरामद करने के लिए कहा जा चुका हैं, बावजूद इसके पुलिस इस कार्य मे रुचि नही ले रही है। मंडल अध्यक्ष मदन सिंह ने बताया कि इस संदर्भ में मुख्यमंत्री व डीजीपी को भी लिखित रूप से अवगत करा चुका हूं। बावजूद इसके अभी तक मेरी गाड़ी बरामद नहीं हो पाई है। अब ध्यान देने वाली बात यह है कि जब भाजपा के मंडल अध्यक्ष की गाड़ी चोरी होने पर यह स्थिति है तो आम लोगों के साथ हो रही घटनाओं पर बैरिया पुलिस का क्या रवैया होगा उसका अंदाजा सहज रूप से लगाया जा सकता है।
वहीं बीजेपी के जिला कोषाध्यक्ष दिलीप गुप्ता ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए बलिया पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस बैरिया पुलिस सही ढंग से कार्य नहीं कर रही है। सिर्फ इतना ही नही बैरिया पुलिस द्वारा योगी सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ा जा रहा है। दिलीप गुप्ता का कहना है कि पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर से पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओ के साथ मंडल अध्यक्ष मदन सिंह व स्वयं मैं भी कई बार मिलकर बैरिया थाना क्षेत्र के चांद दियर चौकी प्रभारी की नियुक्ति की मांग किया लेकिन पता नहीं पुलिस अधीक्षक की ऐसी कौन सी मजबूरी है कि बार्डर पर चौकी प्रभारी की नियुक्त नहीं कर पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश बिहार बॉर्डर होने से अपराध व अपराधियो का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है जिसमें बीजेपी मंडल अध्यक्ष का स्कार्पियो चोरी होना व सोमवार को ठेकहा गाँव में चोरी होना आदि इस बात का जिताजगता उदाहरण है। दिलीप गुप्ता ने यह भी कहा कि लूट चोरी के साथ साथ बहन बेटी, महिलाएं भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।
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मदन सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि यदि थाना प्रभारी कोशिश किए होते तो मेरी स्कॉर्पियो मिल गई होती। जो चौकी प्रभारी एवं पुलिस तो कुछ हद तक स्कार्पियो तलाशने में सफल होने वाली थी उन लोगो को दूसरे थाना व चौकीयों पर ट्रांसफर कर दिया गया। ऐसे में योगी सरकार में भयमुक्त समाज को कायम करने का पूरे प्रदेश में ढोल पीटा जा रहा है। कुछ हद तक इस कार्य मे योगी सरकार सफल भी है परंतु बैरिया पुलिस का ठीक इसके विपरीत रवैया है। फरियादियो को थाना से भगाना उन्हें न्याय न दिलाना व उन्हें उनके भाग्य पर आंसू बहाने के लिए मजबूर करने पर बैरिया पुलिस मजबूर करने में पूरी तरह से सक्रिय दिख रही है।