आरटीई एक्ट की अलख जगाने वाले अधिवक्ता मनोज राय "हंस" को अधिकार सेना ने बनाया नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी, नगर की गरीब व पीड़ित महिलाओं में खुशी की लहर
बलिया। वर्तमान परिवेश में नगर निकाय के चुनाव की तैयारियां पूरे प्रदेश में जोरों शोरों पर चल रही है। ऐसे में सभी पार्टियां भी अपने अपने स्तर से चुनाव के लिए लगी हुई है। बुधवार को अधिकार सेना से अधिवक्ता व बागी बलिया की धरती से 7 दिनो तक आमरण अनशन के पश्चात आर टी ई एक्ट 2009 को लागू करवा कर पूरे उत्तर प्रदेश के गरीबो तक इस योजना का लाभ के लिए प्रेरित करने वाले मनोज राय "हंस" को अपने पार्टी से नगर पालिका अध्यक्ष पद हेतु उम्मीदवार घोषित किया है। यह खबर जैसे ही नगर की तमाम पीड़ित व शोषित महिलाओं को लगी वैसे ही मनोज राय हंस को बधाई देने वाले लोगों का तांता लग गया। मिली जानकारी के अनुसार आरटीई एक्ट लागू होने के बाद भी इस नियम का फायदा जरीब तबके के लोगों को नहीं मिल पाता था, और ना ही इसकी जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को थी। ऐसा बताया जाता है कि अधिवक्ता मनोज राय "हंस" की ही देन है कि उन्होंने इसके लिए अनशन से लेकर हर अधिकारियों से आरटीई एक्ट के लिए लड़ भीड़कर इस नियम को धरातल पर लागू करवाया। जिसकी बदौलत अब हर गरीब व शोषित परिवार का लड़का फ्री में प्राइवेट स्कूलों में आठवीं तक का शिक्षा आसानी से ग्रहण कर पाता है। ऐसे में नगर पालिका क्षेत्र में मनोज राय "हंस" के पास प्रत्येक उम्मीदवार से ज्यादा महिलाओं का वोट है। लोगो का ऐसा मानना है कि यदि यह नगरपालिका के चुनावी मैदान में उतरते हैं तो इनका पलड़ा भारी माना जा रहा है।