बैरिया। क्षेत्र के चकिया गांव में पैदा हुए तृतीय तताप्तक के कवि ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त स्व केदार नाथ सिंह की चुनिंदा सौ कविताओं का तेलुगु में आईजीपी वाराणसी परिक्षेत्र के0 सत्यनारायणा द्वारा अनुदित पुस्तक "आत्मचित्रम" का लोकार्पण केदारनाथ सिंह के पैतृक गांव चकिया में बुधवार के दिन किया गया।
सबसे पहले स्व0 सिंह के चित्र पर पुष्प चढ़ाने के बाद मुख्य अतिथि व पुस्तक रचनाकार के0 सत्यनारायण (आईपीएस) ने कहा कि केदार नाथ सिंह जमीनी कवि थे। उनकी कविताओं का प्रतिविम्ब सभी गांव से मिलते हैं। मुख्य अतिथि ने बताया कि जब मैं इनकी कविताओं का तेलुगु भाषा में अनुवाद करने लगा तो कही-कहीं भोजपुरी के शब्द आ जाते थे जिसका तेलगु में कोई शब्द ही नहीं है, फिर भी मैंने तेलगु में परिवर्तित करके उसका समानार्थी शब्द लिखा। कार्यक्रम में प्रो0 रामसुधार सिंह, प्रो इंडिवर पांडेय, रामजी तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार मोहन सिंह, पीटीआई कौशलेंद्र आदि ने स्व सिंह की कविताओं तथा उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके साथ बिताए हुए क्षणों को भी साझा किया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान मन जी पासवान, पूर्व प्रधान शक्तिनाथ सिंह, रंजय सिंह, रविंद्र सिंह गणेश, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्भय नारायण सिंह, शत्रुघ्न सिंह आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता प्रो0 सुरेंद्र प्रताप सिंह व संचालन प्रो0 कामेश्वर प्रसाद सिंह ने किया। वहीं सुरक्षा के दृष्टिगत क्षेत्राधिकारी बैरिया उस्मान, प्रभारी निरीक्षक बैरिया, एसआई अतुल मिश्रा, एसआई गुरु प्रसाद सहित पुरुष व महिला सिपाही मौजूद रहे।
रिपोर्ट- निर्भय कुमार पाण्डेय