बलिया। जनपद की बलिया पुलिस योगी सरकार की किरकिरी कराने में कोई कसर नही छोड़ रही है, चाहे वह शराब तस्करी हो या लाल बालू का खेल। यूं कहें कि अपराध पर अंकुश लगा पाने में नाकामयाब बलिया पुलिस खुद अपराधियों को संरक्षण देने में लगी है। एक ऐसा ही मामला सुखपुरा पुलिस का प्रकाश में आया है। वैसे तो वहां के प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह को अपने कृत्यो के कारण हमेशा सुर्खियों में रहने की आदत सी है और उनके इस कारनामे में जनपद के पुलिस महकमे के आलाधिकारी भी सुर- ताल मिलाते रहते है। जिसका जिताजागता उदाहरण यह है कि अमित सिंह द्वारा बलिया पुलिस की इतनी फजीहत करवाने के बाद भी वो विभागीय कार्यवाही से बचे हुए है। सोमवार को एक और मामला प्रकाश में आया जिसमें पीड़ित पक्ष ने यह आरोप लगाया कि उनके लड़के की कुछ लोगो ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया पर पीड़ित परिवार जब थाने पर न्याय की गुहार लेकर गया तो वहां की पुलिस ने उसे न्याय दिलाने की बजाय उल्टा पीड़ित के पिता को ही थप्पड़ झड़ते हुए थाने में बैठा दिया जिससे गुस्साए ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों ने सड़क जाम कर दिया। काफी जद्दोजहद के बाद उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप करने पर मामला शांत हुआ। अब देखना यह है कि इस घटना के बाद अमित सिंह पर विभागीय कार्यवाही होती है या इस बार भी उनको क्लीन चिट मिलती है?
सुखपुरा प्रभारी निरीक्षक के आतंक से क्षेत्रीय लोग परेशान, कई आरोप लगने के बाद भी पुलिस अधिकारी अमित सिंह का कर रहे बचाव